Wednesday, January 11, 2012

For TeenPati -29/12/2011


काहे रूठे मोसे मोरा श्याम रे,
करूँ का जतन अब बोल कन्हैया..(२)
किस बिधि बने मोरा काम रे..... काहे रूठे मोसे.......
जलभरी पनही टूटे अब या, रूठे सब संसार.....
मोरे लाला दोष न दूँगी चाहे, छूटे सखियाँ चार...
नहीं डाटूंगी फिरे चाहे ग्राम रे...... काहे रूठे मोसे.... {कान्हा-यशोदा संवाद - सुर्यदीप - २९/१२/२०११) 

For Teen Patti - 6/1/2012 Kaamini, Yamini, Damini


हे कामिनी, 
वो देख सुशोभित यामिनी, 
चन्द्र की प्रियकर चाँदनी !
है रत्नजडित तारों का गगन, 
सुन्दर समीर की रागिनी !!
कहीं जल बरसाता इक जलधर,
कहीं खूब कड़कती दामिनी !
मेरे मन की इक ही कामना,
रहे सप्त जनम तू संगिनी !! सुर्यदीप 6/1/2012

For Ms. Renu Mehra - 6/1/2012


दिल के रिश्तों को जो समझ न सका...
प्यार के रंग में जो ढल न सका..
आँख रोई, जिगर भुला न सका....
दिल का गुल फिर कभी भी खिल न सका.... for renu mehra 6/1/12

For Ms. Suman Ranjan - Teen Patti - Udasi Awaz Khata


इस उदासी का सबब, पूछ न हमसे हमदम....
है खता मेरी, मैं न लौटा....उसने आवाज़ तो दी थी....!!
फॉर - मिस. सुमन रंजन - ९/१/२०१२ उदासी, आवाज़, खता 

For Mr. Raghu Swami - Teen Patti - Parmatma, Nritya, Geet


करूँ नित्य भजन, रहूँ नृत्य मगन, 
गाऊं गीत मधुर सुखकारी मैं !
करूँ दीप प्रजल, भये नैन सजल, 
बनूँ परमातम हितकारी मैं !!  सुर्यदीप - ९/१/२०१२ 
फॉर - मि. रघु स्वामी - ९/१/२०१२ - परमात्मा, नृत्य, गीत 

For - Mr. Amit Singh - Teen Patti - Khwaish, Gujarish, Sifarish


चंद टुकड़े नसीब रोटी के, 
सर पे उनके भी कोई साया हो...
लेके ख्वाइश के कोई कतरे,
गुजारिश पे उनके आया हो...
है सिफारिश यही, उस खुदा से मेरी,  
घर पे उनके भी कोई तुझसा रहनुमाया हो !!!  सुर्यदीप ९/१/२०१२ 
फॉर - मि. अमित सिंह  - ९/१/२०१२ - ख्वाइश  गुजारिश सिफारिश

For Ms. Rashmi Nainwal - Teen Patti - Pahla Pyar Zindgi


"मुझे पता है... आज तुम किसी और की हो...और हमारे बीच एक ऐसी दीवार है... जिसके इस पार मैं और उस पास तुम.. हमेशा रहोगी...
पर उन खुशबुओं का कोई क्या कर सकता है...जिन्हें कोई दीवार नहीं रोक सकती,,.. जो आज भी मेरे मन में घर बनाये हुए है...वही पहले प्यार की खुशबू...वही महक..जो कभी तेरे गेसुओं के जरिये मुझे नसीब थी...वो तुम्हारे होंठ... जो सिर्फ और सिर्फ मेरी चाहत की ही बातें करते थे... और तुम्हारी वह खूबसूरत हंसी.. जो मेरी जिंदगी में एक खूबसूरत सुबह की तरह, खुशनुमां मौसम की तरह कई बार...हर बार आई.. और जिसने मुझे जिंदगी को जीना सिखाया.. वो...सिर्फ तुम ही तो थी..."  
फॉर - मिस. रश्मि नैनवाल - ९/१/२०१२ - पहला प्यार जिंदगी 

For Mr. Deep Dimri - Teen Patti - 10/01/2012 - Lakshya, Nidar, Sanmaan

है लक्ष्य प्रखर
पर तू है निडर
नहीं तनिक भ्रमित
नहीं तू विचलित
नहीं मान का ध्यान
न सन्मान का भान
हे पथिक निरंतर
तू चलता चल...
तू चलता चल..... (सुर्यदीप - १०/१/२०१२

For Mr. Suryadeep - Teen Patti - 10/01/2012 - Aarju, Dastak, Aashiyan


आरजू हो न सकी अब्त, यकीनन तेरी, 
फिर खुली आँख जो, दर पे हुई दस्तक तेरी !
बिखरा सामान आशियाँ  का आराईश मांगे, 
शायद उसने भी सुनी होगी कोई, आहट तेरी !!  सुर्यदीप अंकित त्रिपाठी - १०/१/२०१२

For Mr. Pratibimb - Teen Patti - 11/1/2012 - kal, aaj, kal


बात कल की, चलो, भूलें हम-तुम .
फिर नई जिंदगी बसालें हम-तुम ... 
आज अपना है ये पराया तो नहीं....
क्यूँ न इसको गले लगालें हम-तुम.....  
कल न जाने, हम कहाँ और...कहाँ तुम हो, सफ़र में...
एक पत्थर चलो इस राह, लगालें हम-तुम.. !!! ..  सुर्यदीप अंकित त्रिपाठी - ११/१/२०१२