नाम मज़हब का कुछ और ही रख दो यारो,
नाम पर इसके लूटे और गिरे घर कितने !!
बात कुछ भी है नहीं, दिल से जो सोचो तो जरा,
एक जला ख़ाक हुआ और, ख़ाक में मिले कितने !! suryadeep19/10/2011
नाम पर इसके लूटे और गिरे घर कितने !!
बात कुछ भी है नहीं, दिल से जो सोचो तो जरा,
एक जला ख़ाक हुआ और, ख़ाक में मिले कितने !! suryadeep19/10/2011
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