Thursday, August 4, 2011

for Mr. Tanha Ajmeri - 04/08/2011

अश्क दो ख़त पे गिराए होते,
प्यार के शब्द, दो पिरोये होते,
कौन कमबख्त है जो फिर पूछे,
अपने क़दमों से चल वो आये होते !!....सुर्यदीप अंकित त्रिपाठी


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