चंद टुकड़े नसीब रोटी के,
सर पे उनके भी कोई साया हो...
लेके ख्वाइश के कोई कतरे,
गुजारिश पे उनके आया हो...
है सिफारिश यही, उस खुदा से मेरी,
घर पे उनके भी कोई तुझसा रहनुमाया हो !!! सुर्यदीप ९/१/२०१२
फॉर - मि. अमित सिंह - ९/१/२०१२ - ख्वाइश गुजारिश सिफारिश
No comments:
Post a Comment