है लक्ष्य प्रखर
पर तू है निडर
नहीं तनिक भ्रमित
नहीं तू विचलित
नहीं मान का ध्यान
न सन्मान का भान
हे पथिक निरंतर
तू चलता चल...
तू चलता चल..... (सुर्यदीप - १०/१/२०१२
पर तू है निडर
नहीं तनिक भ्रमित
नहीं तू विचलित
नहीं मान का ध्यान
न सन्मान का भान
हे पथिक निरंतर
तू चलता चल...
तू चलता चल..... (सुर्यदीप - १०/१/२०१२
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