Sunday, November 27, 2011

For Mr. Pratibimb ji - Teen Paati..28/11/2011

तेजोमय मुख, उल्लासित,
दया-धर्म प्रवृति, है शोभित,
श्रीराम लखन लख द्वार खड़े, 
सबरी है अचंभित, सम्मोहित !! {सुर्यदीप अंकित त्रिपाठी} 

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