Monday, November 7, 2011

for Ms. Renu Mehra ..... 08/11/2011

डूब के तन्हाईयों में, जो बसर हो जाएगी,
याद है तेरी, उम्र नहीं, जो गुजर जाएगी !!
माना इक तू ही नहीं, पर प्यार तेरा नस-नस में,
याद के फूल जब भी खिले, तन्हाईयाँ निखर जाएगी !!

"सुर्यदीप" ०८/११/२०११

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