For Ms. Kusum Sharma - Teen Paati - Tootte, Judte, Bhoolte - 9/12/2011
टूटते खाब, सिसकते अरमा,
हर किसी आँख में नमी क्यूँ है !
दर्द का रिश्ता यहाँ, जुड़ते क्यूँ लगे सदियाँ,
दिल के कौने में ये कमी क्यूँ है !
क्यूँ नहीं भूलते कि अब हम हैं नहीं,
उनके चेहरे पे ये ग़मी क्यूँ है ! {सुर्यदीप} 9/12/2011
No comments:
Post a Comment