Thursday, December 8, 2011

For Ms. Kusum Sharma - Teen Paati - Tootte, Judte, Bhoolte - 9/12/2011


टूटते खाब, सिसकते अरमा,
हर किसी आँख में नमी क्यूँ है !
दर्द का रिश्ता यहाँ, जुड़ते क्यूँ लगे सदियाँ,
दिल के कौने में ये कमी क्यूँ है !
क्यूँ नहीं भूलते कि अब हम हैं नहीं,
उनके चेहरे पे ये ग़मी क्यूँ है !  {सुर्यदीप}  9/12/2011

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